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वह तीन बार पार्षद् बनीं और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की पूर्व महापौर हैं। वह २००७ और २०१२ में उत्तर पीतमपुरा (वार्ड ५४) से दिल्ली पार्षद चुनाव के लिए चुनी गयी थीं। उन्हें भाजपा ने २०२२ में आम आदमी पार्टी की शेली ओबेरॉय के विरुद्ध MDC महापौर पद के प्रत्याशी के रूप में भी खड़ा किया था। | वह तीन बार पार्षद् बनीं और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की पूर्व महापौर हैं। वह २००७ और २०१२ में उत्तर पीतमपुरा (वार्ड ५४) से दिल्ली पार्षद चुनाव के लिए चुनी गयी थीं। उन्हें भाजपा ने २०२२ में आम आदमी पार्टी की शेली ओबेरॉय के विरुद्ध MDC महापौर पद के प्रत्याशी के रूप में भी खड़ा किया था। | ||
रेखा गुप्ता [भाजपा महिला मोर्चा]] की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली ईकाई की महासचिव भी रह चुकी हैं। उन्होंने २०२५ के विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग विधानसभा-क्षेत्र से आम आदमी पार्टी की बन्दना कुमारी को हराकर 29,595 मतों के अन्तर से जीत प्राप्त की। | रेखा गुप्ता [[भाजपा महिला मोर्चा]] की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली ईकाई की महासचिव भी रह चुकी हैं। उन्होंने २०२५ के विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग विधानसभा-क्षेत्र से आम आदमी पार्टी की बन्दना कुमारी को हराकर 29,595 मतों के अन्तर से जीत प्राप्त की। | ||
रेखा गुप्ता [[राष्ट्रीय स्वयंसेवक सङ्घ]] की सदस्य भी थीं और उन्होंने [[अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्]] के सदस्य के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा आरम्भ की। | रेखा गुप्ता [[राष्ट्रीय स्वयंसेवक सङ्घ]] की सदस्य भी थीं और उन्होंने [[अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद्]] के सदस्य के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा आरम्भ की। | ||
१९ फरवरी २०२५ को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित बैठक में उन्हें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में भाजपा विधायक दल की नेता के रूप में चुना गया था। भाजपा विधायक दल की नेता के रूप में अपने चुनाव के बाद उन्होंने उप-राज्यपाल V.K. सक्सेना से भेंट की और दिल्ली में नयी सरकार बनाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया। | |||
== मुख्यमन्त्री == | |||
रेखा गुप्ता को १९ फरवरी २०२५ को भाजपा द्वारा दिल्ली के मुख्यमन्त्री के रूप में नामित किया गया और अगले ही दिन से वह कार्यभार सँभालने लगीं। दिल्ली में २७ वरवष पश्चात् भाजपा की सरकार बनी। |
०४:००, २२ फ़रवरी २०२५ के समय का अवतरण
रेखा गुप्ता (जन्म : 19 जुलाई 1974) एक भारतीय राजनेता हैं। जो 20 फरवरी 2025 से दिल्ली की नौवीं मुख्यमंत्री के रूप में सेवारत हैं। वह दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमन्त्री हैं। वह भारतीय जनता पार्टी की सदस्य हैं। वह 2025 से शालीमार बाग के विधायक हैं।
वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र सङ्घ की महासचिव और अध्यक्ष थीं और भाजपा की दिल्ली प्रदेश इकाई की महासचिव तथा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य हैं।
प्रारम्भिक जीवन एवं शिक्षा
रेखा गुप्ता का जन्म 19 जुलाई 1974 को हरियाणा के जुलाना में एक हिंदू परिवार में हुआ था। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के तहत दौलत राम महाविद्यालय से स्नातक किया और 2022 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ के IMIRC विधि महाविद्यालय, गाजियाबाद से LLB पूरा किया।
वैयक्तिक जीवन
उन्होंने मनीष गुप्ता से विवाह किया है जो एक व्यवसायी हैं। उनके दो बच्चे हैं। उनकी बड़ी बेटी हर्षिता गुप्ता हैं जो पारिवारिक व्यवसाय करती हैं। जबकि उनका छोटा बेटा निकुञ्ज गुप्ता अभी भी अपनी पढ़ाई पूरी कर रहा है।
करियर
रेखा गुप्ता ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र सङ्घ के निर्वाचनों में भाग लिया और उसी के साथ अपने राजनीतिक जीवन को प्रारम्भ किया। वह 1996 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र सङ्घ के अध्यक्ष चुनी गयीं। वे 1997 तक इस पद पर रहीं।
राजनीतिक करियर
वह तीन बार पार्षद् बनीं और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की पूर्व महापौर हैं। वह २००७ और २०१२ में उत्तर पीतमपुरा (वार्ड ५४) से दिल्ली पार्षद चुनाव के लिए चुनी गयी थीं। उन्हें भाजपा ने २०२२ में आम आदमी पार्टी की शेली ओबेरॉय के विरुद्ध MDC महापौर पद के प्रत्याशी के रूप में भी खड़ा किया था।
रेखा गुप्ता भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली ईकाई की महासचिव भी रह चुकी हैं। उन्होंने २०२५ के विधानसभा चुनाव में शालीमार बाग विधानसभा-क्षेत्र से आम आदमी पार्टी की बन्दना कुमारी को हराकर 29,595 मतों के अन्तर से जीत प्राप्त की।
रेखा गुप्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक सङ्घ की सदस्य भी थीं और उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के सदस्य के रूप में अपनी राजनीतिक यात्रा आरम्भ की।
१९ फरवरी २०२५ को राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित बैठक में उन्हें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में भाजपा विधायक दल की नेता के रूप में चुना गया था। भाजपा विधायक दल की नेता के रूप में अपने चुनाव के बाद उन्होंने उप-राज्यपाल V.K. सक्सेना से भेंट की और दिल्ली में नयी सरकार बनाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
मुख्यमन्त्री
रेखा गुप्ता को १९ फरवरी २०२५ को भाजपा द्वारा दिल्ली के मुख्यमन्त्री के रूप में नामित किया गया और अगले ही दिन से वह कार्यभार सँभालने लगीं। दिल्ली में २७ वरवष पश्चात् भाजपा की सरकार बनी।