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१४:४५, ३ फ़रवरी २०२५ का अवतरण
भारतीय उपमहाद्वीप की आधुनिक भाषाओं को देवनागरी लिपि में दर्शाने के लिए भारत-सरकार के केन्द्रीय हिन्दी निदेशालय ने पारम्परिक देवनागरी लिपि में ही कुछ नये अक्षर जोड़कर जिस आधुनिक देवनागरी लिपि को प्रस्तुत किया है। उसे परिवर्धित देवनागरी लिपि कहते हैं।[१]
इस लिपि में भारत की दक्षिणी भाषाओं के ह्रस्व स्वरों तथा अन्य व्यञ्जनों क दर्शाने के लिए अक्षर जोड़े गये हैं। जैसे - ऎ, ऒ, ऩ इत्यादि।