खसर्पण

WikiDwarf (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित २२:१२, ११ फ़रवरी २०२१ का अवतरण (नया लेख बनाया गया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

खसर्पण बोधिसत्व अवलोकितेश्वर के अनेक रूपों में से एक रूप। इनका अभिज्ञान चिह्न कमल है और तारा, सुघन कुमार, भ्रकुटी तथा हयग्रीव इनके सहचर माने गए हैं। तिब्बत के बौद्धों के बीच यह देवता काफी लोकप्रिय रहे हैं। उनकी अनेक मूर्तियाँ तिब्बत और नेपाल से प्राप्त हुई हैं। बंगाल की पालकालीन मूर्तियाँ भी प्राप्त होती हैं।

खसर्पण लोकेश्वर की मूर्ति

इन्हें भी देखें