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व्यंजन (en:consonant) वर्ण का प्रयोग वैसी ध्वनियों के लिये किया जाता है जिनके उच्चारण के लिये किसी स्वर की जरुरत होती है। ऐसी ध्वनियों का उच्चारण करते समय हमारे मुख के भीतर किसी न किसी अंग विशेष द्वारा वायु का अवरोध होता है। जब हम व्यंजन बोलते हैं, हमारी जीभ मुह के ऊपर के हिस्से से रगड़कर उष्ण हवा बाहर आती है।
इस तालिका में सभी भाषाओं के व्यंजन गिये गये हैं, उनके IPA वर्णाक्षरों के साथ।
Plosives / स्पर्श | |||||
अल्पप्राण अघोष |
महाप्राण अघोष |
अल्पप्राण घोष |
महाप्राण घोष |
नासिक्य | |
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कण्ठ्य | क साँचा:IPA k; English: skip |
ख साँचा:IPA kh; English: cat |
ग साँचा:IPA g; English: game |
घ साँचा:IPA gh; Aspirated /g/ |
ङ साँचा:IPA n; English: ring |
तालव्य | च साँचा:IPA ch; English: chat |
छ साँचा:IPA chh |
ज साँचा:IPA j; English: jam |
झ साँचा:IPA jh |
ञ साँचा:IPA n; English: finch |
मूर्धन्य | ट साँचा:IPA t; American Eng: hurting |
ठ साँचा:IPA th; Aspirated साँचा:IPA |
ड साँचा:IPA d; American Eng: murder |
ढ साँचा:IPA dh; Aspirated साँचा:IPA |
ण साँचा:IPA n; American Eng: hunter |
दन्त्य | त साँचा:IPA t; Spanish: tomate |
थ साँचा:IPA th; Aspirated साँचा:IPA |
द साँचा:IPA d; Spanish: donde |
ध साँचा:IPA dh; Aspirated साँचा:IPA |
न साँचा:IPA n; English: name |
ओष्ठ्य | प साँचा:IPA p; English: spin |
फ साँचा:IPA ph; English: pit |
ब साँचा:IPA b; English: bone |
भ साँचा:IPA bh; Aspirated /b/ |
म साँचा:IPA m; English: mine |
Non-Plosives / स्पर्शरहित | ||||
तालव्य | मूर्धन्य | दन्त्य/ वर्त्स्य |
कण्ठोष्ठ्य/ काकल्य | |
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अन्तस्थ | य साँचा:IPA y; English: you |
र साँचा:IPA r; Scottish Eng: trip |
ल साँचा:IPA l; English: love |
व साँचा:IPA v; English: vase |
ऊष्म/ संघर्षी |
श साँचा:IPA sh; English: ship |
ष साँचा:IPA sh; Retroflex साँचा:IPA |
स साँचा:IPA s; English: same |
ह साँचा:IPA h; English behind |
नोट करें :
- संस्कृत में ष का उच्चारण ऐसे होता था : जीभ की नोक को मूर्धा (मुँह की छत) की ओर उठाकर श जैसी आवाज़ करना। आधुनिक हिन्दी में ष का उच्चारण पूरी तरह श की तरह होता है।
- हिन्दी में ण का उच्चारण ज़्यादातर ड़ँ की तरह होता है, यानि कि जीभ मुँह की छत को एक ज़ोरदार ठोकर मारती है। हिन्दी में क्षणिक और क्शड़िंक में कोई फ़र्क नहीं। पर संस्कृत में ण का उच्चारण न की तरह बिना ठोकर मारे होता था, फ़र्क सिर्फ़ इतना कि जीभ ण के समय मुँह की छत को कोमलता से छूती है।
- इस पेज में ध्वन्यात्मक चिन्ह दिये गये हैं जो कुछ ब्राउसर पर शायद ठीक से न दिखें। (सहायता)
- जहाँ भी चिन्ह् जोड़ी में गिये गये हैं, वहाँ दाहिने का चिन्ह en:voiced consonant / घोष व्यंजन के लिये है और वायेँ का अघोष के लिये। शेडेड क्षेत्र उन ध्वनियों के लिये हैं जो असम्भव मानी जाती हैं।
- द्वित्व व्यंजन या व्यंजन गुच्छ - सूत्र : समानस्य व्यंजनस्य समूह: इति 'लघु सिद्धान्त कौमुदी' जब दो समान व्यंजन एक साथ आएं, तब वह द्वित्व व्यंजन या व्यंजन गुच्छ बन जाता है,जैसे: सच्ची,दिल्ली।
ध्यान दें कि महाप्राण ध्वनियों, जैसे ख, घ, फ, ध, आदि के लिये उसके अल्पप्राण चिन्ह के बाद superscript में h का निशान लगाया जाता है, जैसे :
- ख / kh /
- ध / dh /