त्रिभाग बल

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त्रिभाग बल निकालने के लिये दिनमान और रात्रिमान को तीन बराबर भागों में विभक्त किया जाता है। तथा दिन के तीनों भाग और रात्रि के तीनों भागों का स्वामित्व अलग - अलग ग्रहों को दिया गया है। दिन के पहले भाग का स्वामित्व बुध, दूसरे भाग का स्वामित्व सूर्य और तीसरे भाग का स्वामित्व शनि को दिया गया है। इसी प्रकार रात्रि के तीनों भागों में से पहले भाग का स्वामित्व चन्द्र, दुसरे भाग का शुक्र और तीसरे भाग का स्वामित्व मंगल को दिया गया है। गुरु दिन तथा रात्रि दोनों समय में बली कहे गये है।

त्रिभाग बल निकालने के लिये व्यक्ति का जन्म दिनमान या रात्रिमान के जिस भाग में उस भाग के स्वामी ग्रह को बल दिया जाता है। साँचा:वैदिक साहित्य