संसार (जैन धर्म)

भारतपीडिया से
WikiDwarf (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित १९:४१, ४ नवम्बर २०२१ का अवतरण (नया लेख बनाया गया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
'संसार' का प्रतीकात्मक चित्रण

जैन दर्शन में संसार का अर्थ जन्म, मृत्यु और पुनर्जन्म के अनवरत क्रम को कहते हैं। संसार को दुखों से भरा हुआ माना गया है अतः इसे त्याज्य माना गया है।