मेनू टॉगल करें
Toggle personal menu
लॉग-इन नहीं किया है
Your IP address will be publicly visible if you make any edits.

इक्यावन बाल कविताएँ

भारतपीडिया से
WikiDwarf (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित १७:४४, २३ जून २०२१ का अवतरण (नया लेख बनाया गया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

कृष्ण शलभ द्वारा रचित प्रसिद्ध बाल साहित्य की पुस्तक।[१]

सन्दर्भ

हौसला रख / डॉ लाल थदानी

रुकना नहीं तू कभी हारकर , चलता चल कर्तव्य के मार्ग पर । हौसला व हिम्मत को संग कर , बढ़ता चल अडिग निर्भय होकर ।।

भय-विस्मय का मजबूती से अंत कर, विपत्ति को आसानी से जीत कर। कर्म कर ज्यादा बातें चंद कर, इरादे मजबूत मंज़िल बुलंद कर ।।

टूटना नहीं कभी तू विवश होकर, अपना मनोबल इतना सशक्त कर । आत्मविश्वास रहे तेरा हमसफर , कठिनाई आए तो न डगमगा न डर ।


डॉ लाल थदानी पूर्व अध्यक्ष राजस्थान

  1. सिंधीअकादमी जयपुर ।#LiveAndLoveLife

A #MotivationalBlog

साँचा:बाल साहित्य