अनीश्वरवादी अस्तित्ववाद

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मार्टिन हाइडेगर, ज्याँ पाल सार्त्र, आल्बेर कामु आदि अनीश्वरवादी अस्तित्ववाद के विचारकों ने मनुष्य को अकेला और निस्सहाय माना है। नित्शे के अनुसार ईश्वर मर चुका है। जबकि ईश्वर ही नहीं तो मनुष्य अपने प्रत्येक कर्म के लिये स्वंय उत्तरदायी है। सार्त्र संघर्ष में हीं मानव जीवन की गति मानते हैं।