मेनू टॉगल करें
Toggle personal menu
लॉग-इन नहीं किया है
Your IP address will be publicly visible if you make any edits.

समुद्रीय एलेक्ट्रानिकी

भारतपीडिया से
WikiDwarf (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित १८:१३, १२ मार्च २०२१ का अवतरण (नया लेख बनाया गया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

समुद्रीय एलेक्ट्रॉनिकी (Marine electronics) एलेक्ट्रानिकी की वह शाखा है जिसमें समुद्री वातावरण के अनुरूप काम करने वाली एलेक्ट्रानिक प्रणालियों के डिजाइन एवं विकास का अध्ययन किया जाता है। चूँकि नमकीन जल की एक छोटी बूँद भी किसी सामान्य एलेक्ट्रानिक परिपथ को भ्रष्ट कर सकती है, इसलिये समुद्री माहौल में काम करने के लिये डिजाइन की जाने वाली प्रणालियाँ या तो जल-रोधी (water resistant) होतीं हैं या जलरक्षित (waterproof.)। समुद्री चार्टप्लॉटर, कृत्रिम-पाइलॉट (आटोपाइलॉट), वीएचएफ रेडियो, मीनान्वेषी (फिश-फाइण्डर) आदि समुद्री एलेक्ट्रानिक प्रणालियों के कुछ उदाहरण हैं।