न्यायनिर्णयन

भारतपीडिया से
WikiDwarf (वार्ता | योगदान) द्वारा परिवर्तित ०७:५७, ४ मार्च २०२० का अवतरण (नया लेख बनाया गया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

न्यायनिर्णयन (Adjudication) उस विधिक प्रक्रिया को कहते हैं जिसके माध्यम से मामले से सम्बन्धित निर्णय पर पहुँचने के लिये कोई न्यायधीश या मध्यस्थ साक्ष्यों एवं तर्कों की समीक्षा करता है। न्यायनिर्णयन के द्वारा तीन प्रकार के विवाद सुलझाये जाते हैं-

  • (१) व्यक्तियों या पार्टियों के बीच के विवाद (जैसे दो व्यक्तियों या कॉरपोरेशन के बीच के विवाद)
  • (२) व्यक्तियों या निजी पार्टियों और सार्वजनिक अधिकारियों के बीच के विवाद
  • (३) सार्वजनिक अधिकारियों तथा सार्वजनिक संस्थाओं के बीच के विवाद