"जाति (संगीत)" के अवतरणों में अंतर
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
imported>रोहित साव27 |
(कोई अंतर नहीं)
|
०३:२०, २ फ़रवरी २०२१ के समय का अवतरण
किसी भी राग की जाति मुख्यत: तीन तरह की मानी जाती है।
१) औडव - जिस राग मॆं ५ स्वर लगें
२) षाडव- राग में ६ स्वरों का प्रयोग हो
३) संपूर्ण- राग में सभी सात स्वरों का प्रयोग होता हो
इसे आगे और विभाजित किया जा सकता है। जैसे- औडव-संपूर्ण अर्थात किसी राग विशेष में अगर आरोह में ५ मगर अवरोह में सातों स्वर लगें तो उसे औडव-संपूर्ण कहा जायेगा। इसी तरह, औडव-षाडव, षाडव-षाडव, षाडव-संपूर्ण, संपूर्ण-षाडव आदि रागों की जातियाँ हो सकती हैं।