वाद-पद

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विधिक क्षेत्र में किसी वाद या दीवानी मुकदमे से संबंध रखनेवाली वे विवादास्पद और विचारणीय बातें वाद-पद या विवाद्यक (Issue) कहलातीं हैं जो पहले पक्ष की ओर से दावे के रूप में कही जाती हों, परन्तु दूसरा पक्ष जिनसे इन्कार करता हो।

न्यायालय ऐसी ही बातों के सत्यासत्य का विचार करके उनके आधार पर मुकदमे का निर्णय करता है। यह दो प्रकार का होता है–

  • (१) विधि वाद-पद (Issue of Law) जिमसें केवल कानूनी दृष्टि से विचारणीय बातें आती हैं, और
  • (२) तथ्य वाद-पद (Issue of Facts) जिसमें तथ्य अर्थात् वास्तविक घटनाओं से संबंध रखनेवाली बातें आती हैं।

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