विरल रोग

भारतपीडिया से
imported>अनुनाद सिंह द्वारा परिवर्तित २०:०१, ८ फ़रवरी २०२० का अवतरण (नया पृष्ठ: जिन रोगों से ग्रस्त होने वाले लोगों की संख्या का प्रतिशत बहुत कम...)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

जिन रोगों से ग्रस्त होने वाले लोगों की संख्या का प्रतिशत बहुत कम है, उन्हें विरल रोग (rare disease) कहते हैं। अधिकांश विरल रोग अनुवांशिक होते हैं तथा जिसको पकड़ते हैं उसे जीवन भर नहीं छोड़ते। बहुत से विरल रोग बहुत कम उम्र में पकडते हैं और विरल रोगों से ग्रस्त लगभग ३०% बच्चे पाँच वर्ष से कम जी पाते हैं। 'राइबोज-५-फॉस्फेट आइसोमरेज डिफिसिएन्सी' नामक रोग सबसे विरल रोग माना जाता है क्योंकि २७ वर्षों में विश्व भर में इसके केवल ३ रोगी पाए गए हैं।