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2021 तक इस पहल में 3,75,000 से अधिक आसूचना-आधारित ऑपरेशन किये गये हैं। ''ऑपरेशन रद्दुल-फ़साद'' ने ''ऑपरेशन ज़र्ब-ए-अज़्ब'' द्वारा रखी गयी परिपाटी को आधार बनाकर राष्ट्रीय सुरक्षा बढ़ाने और आतङ्कवाद का मुकाबला किया। जिसके लिए इस ऑपरेशन की सराहना भी की गयी। | 2021 तक इस पहल में 3,75,000 से अधिक आसूचना-आधारित ऑपरेशन किये गये हैं। ''ऑपरेशन रद्दुल-फ़साद'' ने ''ऑपरेशन ज़र्ब-ए-अज़्ब'' द्वारा रखी गयी परिपाटी को आधार बनाकर राष्ट्रीय सुरक्षा बढ़ाने और आतङ्कवाद का मुकाबला किया। जिसके लिए इस ऑपरेशन की सराहना भी की गयी। | ||
पाकिस्तान का भारत के विरुद्ध राज्य-प्रायोजित आतङ्कवाद, अस्थिर अफगानिस्तान से निकटता, सोवियत-अफगान युद्ध का आरम्भ होना इत्यादि के साथ-साथ इसको अपने ही घर में पनप रहे आतङ्कवाद से गम्भीर सामना करना पड़ा। 1980 के दशक में वैश्विक जिहादी आन्दोलन की मेजबानी करने तथा उनको मूमि देने के कारण पाकिस्तान का सामाजिक ढाँचा बिगड़ गया। जिससे इसके भीतर आतङ्कवादी की स्थायी लहर चल पड़ी और जिसका चरम 2006 से 2014 के बीच में था। | |||
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