कॉण्टे क्रूल

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कॉण्टे क्रूल (Conte cruel) ब्रायन स्टॅबलफ़ॉर्ड की द ए टू ज़ॅड ऑफ़ फ़ैण्टसी लिट्रेचर पुस्तक के अनुसार "लघु-कथा शैली है जिसे इसका नाम विलियर्स ड'लाइल-ऐडम के 1883 के एक संग्रह से मिला है, यद्यपि इससे पूर्व के उदाहरण भी ऐड्गर ऐलन पो जैसे लेखकों द्वारा उपलब्ध कराए गए हैं। कुछ आलोचक इस नामपत्र का उपयोग अपराप्राकृतिक डरावनी कहानियों के सन्दर्भ में करते हैं, विशेषकर उनके जिनमें अप्रिय उत्कर्षिय मोड़ होते हैं, लेकिन यह उस किसी भी कथा पर लागू होता है जो 'भाग्य की विडम्बना' के क्रूर पहलुओं का दोहन करती है।"[१] वह कथा संग्रह जिससे लघु-कथा शैली कॉण्टे क्रूल को इसका नाम मिला है वह विलियर्स ड'लाइल-ऐडम की कॉण्टे क्रूल्स (1883, अनुवाद सारडॉनिक टेल्स, 1927)।

उन्नीसवीं सदी के फ़्रान्सीसी लेखक ऑक्तव मियर्बू (Octave Mirbeau) द्वारा रचयित दो-खण्डों के 150 कहानियों और लघु-कथाओं के संग्रह कॉण्टे क्रूल्स (Cruel Tales) का नाम भी इसी से लिया गया है, जिसका संग्रहण और सम्पादन पियर मिशेल और श़ो-फ़्राँस्वा नीवे द्वारा किया गया था और 1990 में लाइब्रैरी सेग्वायर द्वारा प्रकाशित किया गया था।

कॉण्टे क्रूल शैली के कुछ उल्लेखनीय लेखक हैं चार्ल्स बिर्किन और मॉरिस लॅवल।

सन्दर्भ