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'''ऑपरेशन रद्दुल-फ़साद''' ([[उर्दू]]: آپریشن رد الفساد ; operation Radd-ul-Fasāda; [[देवनागरी]]: ''ऑपरेशन् रद्दुल-फ़साद'' ) 22 फरवरी 2017 ([[भारतीय राष्ट्रीय कैलेण्डर|भा॰रा॰कै॰]] : ''03 सौर फाल्गुन 1938'' ) को पाकिस्तानी सेना द्वारा चलाया एक व्यापक सैन्य अभियान है। जिसका उद्देश्य पूरे पाकिस्तान में आतङ्कवादी स्लीपर सेल को निरस्त्र करने और नष्ट करने में स्थानीय विधि प्रवर्तन अभिकरणों की सहायता करना है। यह अभियान आतङ्कवाद के लगातार खतरे से निपटने और ऑपरेशन ''ज़र्ब-ए-अज़्ब'' के दौरान प्राप्त की गयी सफलताओं को आगे बढ़ाने के लिए चालू किया गया था जो 2014 में एक संयुक्त सैन्य हमले के रूप में चालू हुआ था। | '''ऑपरेशन रद्दुल-फ़साद''' ([[उर्दू]]: آپریشن رد الفساد ; operation Radd-ul-Fasāda; [[देवनागरी]]: ''ऑपरेशन् रद्दुल-फ़साद'' ) 22 फरवरी 2017 ([[भारतीय राष्ट्रीय कैलेण्डर|भा॰रा॰कै॰]] : ''03 सौर फाल्गुन 1938'' ) को पाकिस्तानी सेना द्वारा चलाया एक व्यापक सैन्य अभियान है। जिसका उद्देश्य पूरे पाकिस्तान में आतङ्कवादी स्लीपर सेल को निरस्त्र करने और नष्ट करने में स्थानीय विधि प्रवर्तन अभिकरणों की सहायता करना है। यह अभियान आतङ्कवाद के लगातार खतरे से निपटने और ऑपरेशन ''ज़र्ब-ए-अज़्ब'' के दौरान प्राप्त की गयी सफलताओं को आगे बढ़ाने के लिए चालू किया गया था जो 2014 में एक संयुक्त सैन्य हमले के रूप में चालू हुआ था। | ||
इसके के उद्देश्यों में न केवल आतङ्कवादी खतरों का उन्मूलन शामिल है, अपितु पाकिस्तान की सीमाओं की सुरक्षा को मजबूत करना भी शामिल है। इस अभियान में पाकिस्तानी सेना, पाकिस्तानी वायुसेना, पाकिस्तानी नौसेना, पाकिस्तानी पुलिस सहित सशस्त्र बलों की विभिन्न शाखाओं के साथ-साथ पाकिस्तान सरकार के तहत समन्वित अन्य युद्ध और नागरिक सशस्त्र बलों की सक्रिय भागीदारी शामिल है। |
१४:५८, ३१ मार्च २०२५ का अवतरण
ऑपरेशन रद्दुल-फ़साद (उर्दू: آپریشن رد الفساد ; operation Radd-ul-Fasāda; देवनागरी: ऑपरेशन् रद्दुल-फ़साद ) 22 फरवरी 2017 (भा॰रा॰कै॰ : 03 सौर फाल्गुन 1938 ) को पाकिस्तानी सेना द्वारा चलाया एक व्यापक सैन्य अभियान है। जिसका उद्देश्य पूरे पाकिस्तान में आतङ्कवादी स्लीपर सेल को निरस्त्र करने और नष्ट करने में स्थानीय विधि प्रवर्तन अभिकरणों की सहायता करना है। यह अभियान आतङ्कवाद के लगातार खतरे से निपटने और ऑपरेशन ज़र्ब-ए-अज़्ब के दौरान प्राप्त की गयी सफलताओं को आगे बढ़ाने के लिए चालू किया गया था जो 2014 में एक संयुक्त सैन्य हमले के रूप में चालू हुआ था।
इसके के उद्देश्यों में न केवल आतङ्कवादी खतरों का उन्मूलन शामिल है, अपितु पाकिस्तान की सीमाओं की सुरक्षा को मजबूत करना भी शामिल है। इस अभियान में पाकिस्तानी सेना, पाकिस्तानी वायुसेना, पाकिस्तानी नौसेना, पाकिस्तानी पुलिस सहित सशस्त्र बलों की विभिन्न शाखाओं के साथ-साथ पाकिस्तान सरकार के तहत समन्वित अन्य युद्ध और नागरिक सशस्त्र बलों की सक्रिय भागीदारी शामिल है।