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केके

भारतपीडिया से

साँचा:स्रोतहीन

साँचा:Infobox musical artist कृष्णकुमार कुन्नथ (मलयालम: കൃഷ്ണകുമാര് കുന്നത്ത്, जन्म: 23 अगस्त 1970), केके के रूप में भी जाने जाते है| वे एक भारतीय पार्श्व गायक है| वह हिंदी, तेलुगु, मलयालम, कन्नड़ और तमिल फिल्मों में एक प्रमुख गायक है| उनका जन्म त्रिश्शूर, केरल में सीएस नायर और कनाकवाल्ली, एक मलयाली जोड़े, को हुआ| कृष्णकुमार कुन्नाथ नई दिल्ली में पले बढे| उनके बॉलीवुड ब्रेक से पहले उन्होंने 3,500 विज्ञापन गीत गाया| वे दिल्ली के माउंट सेंट मैरी स्कूल के एक पूर्व छात्र है| उन्होंने 1999 क्रिकेट विश्व कप के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के समर्थन के लिए "जोश ऑफ़ इंडिया" गाना गाया| इस के बाद, उन्होंने पल नामक एलबम निकला जिसे सर्वश्रेष्ठ सोलो एल्बम के लिए स्टार स्क्रीन पुरस्कार मिला| इस एल्बम के दो गाने 'पल' और 'यारों' काफी लोकप्रिय थे|

कैरियर

प्रारंभिक जीवन और पार्श्व गायन

बचपन में केके एक डॉक्टर बन्ना चाहते थे| उन्होंने अपना पहला प्रदर्शन किया जब वे दूसरी कक्षा में थे| अपनी बहुमुखी आवाज के लिए जल्द ही दिल्ली में विभिन्न विज्ञापन एजेंसियों द्वारा उनका उपयोग किया गया| उन्होंने अपने दोस्तों के साथ एक रॉक बैंड का भी गठन किया| मशुर गायक किशोर कुमार और संगीत निर्देशक आरडी बर्मन ने केके को बहुत प्रभावित किया|

वाणिज्य में दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक होने के बाद, केके होटल उद्योग में एक विपणन कार्यकारी के रूप में आठ महीने बिताया| कुछ साल बाद, 1994 में, वे मुंबई में आ गए| 1994 में, वह लुई बैंकों, रंजीत बारोट, शिव माथुर और लेस्ली लुईस को अपना डेमो टेप दिया ताकी संगीत के क्षेत्र में एक ब्रेक मिल सके| यह 1994 में ही था, जब उनके बेटे नकुल का जन्म हुआ, कि चीजें अचानक बदल गई| उसी दिन यूटीवी द्वारा उन्हें बुलाया गया और उन्होंने Santogen suiting के विज्ञापन के लिए एक गीत गाया| चार साल की अवधि में उन्होंने 11 भारतीय भाषाओं में 3,500 से अधिक विज्ञापनों में गाया है| केके लेस्ली लेविस को अपना संरक्षक मानते है क्युकी उन्होंने ही केके को पहली बार विज्ञापन में गाने का मौका दिया था| केके ने हिंदी में 250 से भी अधिक गाने गाये है, एवं तमिल और तेलेगु में 50 से भी अधिक गाने गाये है|

विख्यात फिल्म निर्देशक विशाल भरद्वाज ने केके को बॉलीवुड में गाने का पहला मौका दिया| उन्होंने बॉलीवुड में अपना कार्यकाल "माचिस" के 'छोर आये हम' से शुरू किया और आगे चलकर कई और लोकप्रिय गाने गाये| उन्हें अपना पहला सोलो गाने भी विशाल भरद्वाज ने ही दिया| पर यह "हम दिल दे चुके सनम" के 'तड़प तड़प के' में उनका भावपूर्ण गायन ही था जिससे उन्हें प्रसिधी मिली|

एल्बम और टीवी

सन १९९९ में, भारत में सोनी म्यूजिक लॉन्च हुआ तो वे एक नए गायक को लॉन्च करना चाहते थे| इस काम के लिए केके को चुना गया, उन्होंने 'पल' नमक एक सोलो एल्बम निकला जिसके संगीत निर्देशक लेस्ली लेविस थे| २२ जनवरी २००८ को केके ने अपना दूसरा एल्बम 'हमसफ़र', आठ साल के अंतराल के बाद, निकला| 'आसमे के' और 'यह कहाँ मिल गए हम', जो इस एल्बम के कुछ मशहूर गाने थे, उन्होंने 'हमसफ़र' के लिए एक अंग्रेजी रॉक बल्लाद "सिनेरेरिया" भी गाया है|

केके टीवी पर भी दिखे है| उन्हें 'फेम गुरुकुल' नमक एक रिअलिटी शो में जूरी के सदस्य के रूप में आमंत्रित किया गया था| परन्तु यह साफ़ है की वे टीवी पर लौटना पसंद नहीं करेंगे क्युकी उनका मानना है की यह माध्यम उन्हें प्रतिबंधित रखती है|एक इंटरव्यू के दौरान जब के के से अवार्ड्स के बारे में पूछा गया तो उन्होंने हाथ जोड़ते हुए कहा कि मुझे गाने के लिए बेहतरीन संगीत देते रहिये,अवार्ड्स न भी मिले तो चलेगा|

१९९१ में उन्होंने अपने ज्योति से शादी की, जिन्हें वे अपने बचपन से ही जानते है| जब वे काम नहीं कर रहे होते है, तब वे अपना ज़्यादातर समय अपने परिवार के साथ बिताने का प्रयास करते है| एक बार उन्होंने कहा था की वो उनका परिवार ही है जो उन्हें बॉलीवुड के दबाव से निपटने की प्रेरणा देती है, जहाँ जगह बनाने के लिए लगातार प्रयास करते रहना परता है| केके के साथ उनके बेटे नकुल ने भी 'हमसफ़र' में एक गीत "मस्ती" गाया है| केके की एक बेटी भी है जिसका नाम तामारा है|