अणु

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परमाण्विक बल सूक्ष्मदर्शी यंत्र द्वारा PTCDA अणु की छवि, जिसमें पांच छह कार्बन के छल्ले दिखाई देते हैं।[१]
एक अवलोकन टनलिंग सूक्ष्मदर्शी यंत्र द्वारा पेंटेकिन अणुओं की छवि, जिसमें पाँच कार्बन रिंगों की रैखिक श्रृंखलाएँ होती हैं।[२]
1,5,9-ट्रायोक्सो-13-एज़ेट्रैंगुलिन की एएफएम छवि और इसकी रासायनिक संरचना।[३]
साधारण चीनी का अणु - इसमें १२ कार्बन (काला रंग), २२ हाइड्रोजन (सफ़ेद रंग) और ११ आक्सीजन (लाल रंग) के परमाणु एक दुसरे से जुड़े हुए होते हैं

अणु पदार्थ का वह छोटा कण है जो प्रकृति में स्वतंत्र अवस्था में पाया जाता है लेकिन रासायनिक प्रतिक्रिया में भाग नहीं ले सकता है। रसायन विज्ञान में अणु दो या दो से अधिक, एक ही प्रकार या अलग अलग प्रकार के परमाणुओं से मिलकर बना होता है। परमाणु मजबूत रसायनिक बंधन के कारण आपस में जुड़े रहते हैं और अणु का निर्माण करते हैं।[४][५][६][७][८] अणु की संकल्पना ठोस, द्रव और गैस के लिये अलग अलग हो सकती है। अणु पदार्थ के सबसे छोटे भाग को कहते हैं। यह कथन गैसो के लिये ज्यादा उपयुक्त है। उदाहरण के लिये, ऑक्सीजन गैस उसके स्वतन्त्र अणुओं का एक समूह है। द्रव और ठोस में अणु एक दूसरे से किसी ना किसी बन्धन में रहते हैं, इनका स्वतन्त्र अस्तित्व नहीं होता है। कई अणु एक दूसरे से जुडे होते हैं और एक अणु को अलग नहीं किया जा सकता है। अणु में कोई विद्युत आवेश नहीं होता है। अणु एक ही तत्व के परमाणु से मिलकर बने हो सकते हैं या अलग अलग तत्वों के परमाणु से मिलकर।

अन्य भाषाओँ में

अंग्रेज़ी में "अणु" को "मॉलीक्यूल" (molecule) कहते हैं।

आण्विक विज्ञान

अणु का विज्ञान आण्विक रसायन या आण्विक भौतिकी कहलाता है। विज्ञान की वह शाखा जिसमें अणु के निर्माण और विखंडन का अध्ययन किया जाता है उसे आण्विक रसायन विज्ञान कहा जाता है, जबकि विज्ञान की जिस शाखा में आण्विक संचरना से जुड़े सिद्धांतों और गुणों का अध्ययन किया जाता है उसे आण्विक भौतिकी कहा जाता है।

अणु का निर्माण

अणु पदार्थ के छोटे कण को कहते हैं जो परमाणु से मिलकर बना होता है।

इसे भी देखें

संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

साँचा:Wikimedia