अन्तःस्फोट

भारतपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
विस्फोट में बल वस्तु से बाहर की ओर लगा हुआ होता है, जबकि अन्तःस्फोट में वह वस्तु को भीतर की ओर संदलित करता है

अन्तःस्फोट (Implosion) किसी वस्तु की ऐसी प्रक्रिया होती है जिसमें वह सिकुड़कर अपने आप पर ढह जाती है। यह विस्फोट की विपरीत प्रक्रिया है। जहाँ विस्फोट में पदार्थऊर्जा बाहर की ओर फैलती है वहाँ अन्तःस्फोट में वह अन्दर की ओर संकुचित होती है। अन्तःस्फोट का एक उदाहरण सागर में अधिक गहराई पर जाने पर किसी पनडुब्बी का जलस्थैतिक दबाव (hydrostatic pressure) द्वारा संदलित (दब जाना) हो जाना है। इसका एक अन्य उदाहरण अंतरिक्ष में किसी भीमकाय तारे का उसके अपने ही गुरुत्वाकर्षक दबाव द्वारा संदलित होकर कालाछिद्र बन जाना है।[१]

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. "Safety and Health for Engineers," Roger L. Brauer, John Wiley & Sons, 2016, ISBN 9781119219156, ... An implosion is a sudden, inward collapse ...