खदिरवनी

भारतपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

खदिरवनी बौद्ध देवी तारा का एक रूप हैं। इस शब्द का अर्थ होता है - 'खैर के वन में रहनेवाली'। यह हरितवर्ण, वरद मुद्रा में तथा कमल धारण किए अंकित की जाती हैं। 'अशोक कांता' और 'एकजटा' इनकी सहचरी कही गई हैं।

इन्हें भी देखें