टी-कोशिका

भारतपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
मानव टी-कोशिका का अवलोकन विद्युदणु सूक्ष्मदर्शी चित्र

टी-कोशिका एक प्रमुख लसीकाणु(लिम्फ़ोसाइट) है। लसीकाणु या लसीकाकोशिका एक प्रकार की श्वेत रक्त कोशिका कोशिका हैं। टी-कोशिका अपने निर्माण के बाद बाल्यग्रन्थि या थाइमस ग्रन्थि में चली जाती है, वहीं पर इसका विकास होता है। इसलिए इसके नाम से टी अक्षर जुड़ा है। यह कोशिका विभिन्न रोगाणुओं से शरीर की सुरक्षा करती है। जब कोई रोगाणु, जैसे कि जीवाणु, विषाणु इत्यादि शरीर में प्रवेश करते है, तो यह एक प्रकार के रसायन प्रतिपिण्ड का निर्माण करती है। यह प्रतिपिण्ड उस विशेस रोगाणु का मुकाबला कर के उसे नष्ट कर देता है।