ट्राइटन (उपग्रह)

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साँचा:Infobox Planet ट्राइटन सौर मण्डल के आठवे ग्रह वरुण (नॅप्टयून) का सबसे बड़ा उपग्रह है और हमारे सौर मण्डल के सारे चंद्रमाओं में से सातवा सब से बड़ा चन्द्रमा है। अगर वरुण के सारे चंद्रमाओं का कुल द्रव्यमान देखा जाए तो उसका ९९.५% इस एक उपग्रह में निहित है।[१] ट्राइटन वरुण का इकलौता उपग्रह है जो अपने गुरुत्वाकर्षक खिचाव से अपना अकार गोल कर चुका है। बाक़ी सभी चंद्रमाओं के अकार बेढंगे हैं। ट्राइटन का अपना पतला वायुमंडल भी है, जिसमें नाइट्रोजन के साथ-साथ थोड़ी मात्रा में मीथेन और कार्बन मोनोऑक्साइड भी मौजूद हैं। ट्राइटन की सतह पर औसत तापमान -२३५.२° सेंटीग्रेड है। १९८६ में पास से गुज़रते हुए वॉयेजर द्वितीय यान ने कुछ ऐसी तस्वीरें ली जिनमें ट्राइटन के वातावरण में बादलों जैसी चीज़ें नज़र आई थीं। ट्राइटन वरुण के इर्द-गिर्द अपनी कक्षा में परिक्रमा में प्रतिगामी चाल रखता है[२] और इसकी बनावट यम ग्रह (प्लूटो) से मिलती-जुलती है जिस से वैज्ञानिक अनुमान लगते हैं के ट्राइटन वरुण से दूर काइपर घेरे में बना था और भटकते हुए वरुण के पास जा पहुंचा जहाँ वह वरुण के तगड़े गुरुत्वाकर्षण की पकड़ में आ गया और तब से उसकी परिक्रमा कर रहा है।[३] Mohit Kumar


बनावट

ट्राइटन की सतह पर जमी हुई नाइट्रोजन की बर्फ़ की एक परत है। उसके नीचे पानी की बर्फ़ की मोटी परत है। इस परत के नीचे इस उपग्रह का केंद्रीय भाग है जो पत्थर और धातुओं का मिश्रण है। यह केन्द्रीय भाग इस उपग्रह के कुल द्रव्यमान का दो-तिहाई हिस्सा है। वैज्ञानिकों का मानना है के इसकी सतह पर ऐसे ज्वालामुखी और उष्णोत्स (गायज़र) हैं जो फटकार जमी हुई नाइट्रोजन गैस उगलते हैं।

इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियां

टिप्पणी

  1. साँचा:Note label तल क्षेत्रफल अर्धव्यास r से निकाला गया है: ४*π*r
  2. साँचा:Note label आयतन v अर्धव्यास r से निकाला गया है: v = ४/३*π*r
  3. साँचा:Note label द्रव्यमान m आयतन v और घनत्व d से निकाला गया है: m = v*d
  4. साँचा:Note label सतही गुरुत्वाकर्षण द्रव्यमान m, गुरुत्वाकर्षक स्थिरांक g और अर्धव्यास r से निकाला गया है: g*m/r
  5. साँचा:Note label पलायन वेग द्रव्यमान m, गुरुत्वाकर्षक स्थिरांक g और अर्धव्यास r से निकाला गया है: sqrt((2*g*m)/r)
  6. साँचा:Note label ट्राइटन का द्रव्यमान: २.१४साँचा:E किग्रा. वरुण के बाक़ी १२ उपग्रहों का मिलाकर कुल द्रव्यमान: ७.५३साँचा:E किग्रा या ०.३५ प्रतिशत. उपग्रही छल्लों का द्रव्यमान तुलना में ना के बराबर है।
  7. साँचा:Note label अन्य गोलाकार चंद्रमाओं का द्रव्यमान: टाइटेनिआ—३.५साँचा:E, ओबेरॉन—३.०साँचा:E, Rhea—२.३साँचा:E, Iapetus—१.८साँचा:E, Charon—१.५साँचा:E, ऍरिअल—१.३साँचा:E, अम्ब्रिअल—१.२साँचा:E, Dione—१.०साँचा:E, Tethys—०.६साँचा:E, Enceladus—०.१२साँचा:E, मिरैन्डा—०.०६साँचा:E, प्रोटिअस—०.०५साँचा:E, Mimas—०.०४साँचा:E. बाक़ी के चंद्रमाओं का द्रव्यमान ०.०९साँचा:E है। यानि ट्राइटन से छोटे सारे चंद्रमाओं का द्रव्यमान मिलाकर कुल १.६५साँचा:E किग्रा बनता है। (व्यास के अनुसार चंद्रमाओं की सूची देखें)
  8. साँचा:Note label Largest irregular moons: Saturn's Phoebe (210 km), Uranus' Sycorax (150 km), and Jupiter's Himalia (85 km)

सन्दर्भ

  1. ट्राइटन का द्रव्यमान: २.१४साँचा:E किलो. बाक़ी १२ ज्ञात उपग्रहों का समूचा द्रव्यमान: ७.५३साँचा:E किलो, या ०.३५ प्रतिशत। उपग्रही छल्लों का द्रव्यमान इनकी तुलना में न के बराबर है।
  2. प्रतिगामी चाल रखने का मतलब है कि जिस दिशा में वरुण घूमता है, ट्राइटन उस से उलटी दिशा में उसकी परिक्रमा करता है।
  3. साँचा:Cite arxiv