पाण्डुलिपिविज्ञान

भारतपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

साँचा:आधार

भगवद्गीता की १९वीं शताब्दी की एक पाण्डुलिपि

पाण्डुलिपिविज्ञान (Manuscriptology) पुरातत्त्वशास्त्र की एक शाखा है जिसमें प्राचीन तालपत्र पाण्डुलिपियों, कागज पर लिखी दुर्लभ पाण्डुलिपियों, पुरालेखविद्या (Epigraphy) तथा जल के भीतर के पुरातत्त्व का अध्ययन किया जाता है।

इन्हें भी देखें

बाहरी कड़ियाँ