यांत्रिक लाभ

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उत्तोलक (लीवर) द्वारा प्राप्त यांत्रिक लाभ चित्र से स्पष्ट है। ब्बिन्दु B पर बहुत कम बल लगाकर भी A बिन्दु पर लटकी भारी वस्तु को उठाया जा सकता है।

भौतिकी और इंजीनियरी में किसी मेकेनिज्म द्वारा उत्पन्न बल तथा उस पर लगाये बल के अनुपात को यांत्रिक लाभ (mechanical advantage MA) कहते हैं।

<math>MA = \frac{\text{output force}}{\text{input force}}</math>

घर्षणरहित आदर्श मेकेनिज्मों के लिये इसे निम्न प्रकार भी व्यक्त कर सकते हैं-

<math>MA = \frac{\text{distance over which effort is applied}}{\text{distance over which the load is moved}}</math>

क्रेन आदि बहुत सारी युक्तियाँ यांत्रिक लाभ पर आधारित हैं जिनमें कम बल लगाकर भी बहुत अधिक बल या टॉर्क पैदा किया जाता है। ध्यान रहे कि कि इसमें कोई अतिरिक्त शक्ति या ऊर्जा उत्पन्न नहीं की जा रही है।


अलग-अलग गीयर में होने से सायकिल में अलग-अलग यांत्रिक लाभ मिलता है


घिरनी के प्रयोग द्वारा यांत्रिक लाभ प्राप्ति के कुछ उदाहरण
नी-हिंज लीवर द्वारा प्राप्त यांत्रिक लाभ

इन्हें भी देखें

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