यूराल पर्वत

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यूराल पर्वतशृंखला
कोल्तसेदान गाँव (कामेन्स्क-यूराल्स्की के पूरब में ; १९१२ में)

यूराल (The Ural Mountains ; रूसी Ура́льские го́ры, = Uralskiye gory; IPA: [ʊˈralʲskʲɪjə ˈgorɨ]; Bashkir: Урал тауҙары), पश्चिमी रूस की एक पर्वत श्रृंखला है जो उत्तर से दक्षिण की ओर तक विस्तृत है। यह भौगोलिक रूप से एशिया और यूरोप को अलग करती है। इससे कई नदियाँ निकलती है। प्रमुख नदी कामा कैस्पियन सागर में अपना जल विसर्जित करती है।

यह पर्वत शृंखला उत्तर में आर्कटिक महासागर से दक्षिण में कैस्पियन सागर तक फैली हुई है, और यूरोप को एशिया महाद्वीप से अलग करती है। इस पर्वत शृंखला का उत्थान कई युगों में हुआ है। शृंखलाओं का विस्तार उत्तर से पश्चिम तथा उत्तर से पूर्व की ओर है और सर्वाधिक ऊँचाई दक्षिणी भाग में पाई जाती है। इस पर्वत की संयुक्त बनावट इसकी भौमिकी दशाओं से स्पष्ट परिलक्षित होती है।

यूराल पर्वत शृंखला को तीन भागों में बाँटा जाता है:

उत्तरी यूराल पर्वतश्रेणी

यह कारा की खाड़ी से प्रारंभ होकर दक्षिण-पश्चिम में ६४ अंश उत्तरी अक्षांश तक फैली है। इसमें कई स्पष्ट श्रंखलाएँ पाई जाती हैं। यह पर्वतक्षेत्र दक्षिण-पूर्व की ओर चट्टानी, ऊबड़-खाबड़ तथा अधिक ढलुवाँ है तथा यूरोपीय रूस के दलदलों की ओर कम ढालू है। इसकी सर्वोच्च चोटियाँ खर्द यवेस ३,७१५ फुट तथा पाईयेर ४,७६४ फुट ऊँची हैं। मुख्य शृंखला के पश्चिमी भाग में परतदार चट्टानें पाई जाती हैं। दक्षिणी भाग में यूराल की सर्वोच्च चोटियाँ सबलिया ५,४०२, फुट तथा मुराई चख्ल, ५,५४५ फुट हैं। पर्वतीय ढालों पर घने जंगल पाए जाते हैं। दक्षिणी भाग में २४०० फुट की ऊँचाई तक वनस्पति पाई जाती है लेकिन उत्तरी भाग में आर्कटिक वृत्त के पास पर्वत के पाद प्रवेश तक ही वनस्पति सीमित है। ६५ अंश उत्तरी अक्षांश के लगभग वनीय वनस्पति लुप्त हो जाती है। ६४ अंश उत्तरी अक्षांश से ४१ अंश उत्तरी अक्षांश के मध्य एक पठारी क्षेत्र है, जहाँ जल विभाजक उत्तर-पश्चिमी दिशा में फैला है। यहाँ विस्तृत, सम तथा दलदली घाटियाँ हैं। चोटियों की औसत ऊँचाई ३,००० फुट है। युंग तुम्प शिखर ४,१७० फुट ऊँचा है। इसश् क्षेत्र में बस्तियों का अभाव है।

मध्य यूराल

इसकी चौड़ाई लगभग १२५ किमी है। यहाँ लोहे, ताँबे और सोने की खाने हैं। मध्य यूराल की सीमा उत्तर में डेनेजकिन कामेन (४,९०८ फुट) से निर्धारित होती है। निम्न पठारी भाग से साइबेरिया के लिये सड़क जाती है। जलविभाजक १२४५ फुट की ऊँचाई पर पाया जाता है। मध्य यूरैल घने जंगलों से आच्छादित है। घाटियों में तथा निम्न ढालों पर उपजाऊ मिट्टी एवं घनी ग्रामीण बस्ती पाई जाती है।

दक्षिणी यूरैल

यह उत्तर-पूर्व तथा दक्षिण-पश्चिम में विस्तृत तीन समांतर शृंखलाओं में विभक्त है। मुख्य यूरैल पर्वत की शृंखला २,२०० फुट से २,८०० फुट ऊँची है। मंद ढालों पर अधिकतर जंगल हैं तथा निम्न भागों में चरागाह पाए जाते हैं। दक्षिण की ओर लगभग १,५०० फुट ऊँचा पठारी क्षेत्र है जिसमें नदियों की गहरी घाटियाँ पाई जाती हैं। यह क्षेत्र बोल्गा तक फैला है। यूराल पर्वत एक मोड़दार पर्वत है जिसमें तृतीय युग की चट्टानें पाई जाती हैं। यह पश्चिम में सिल्यूरियन, डिवोनी, कार्वोनी, परमियन तथा ट्रियासिक कल्प की परतों द्वारा ढँका हुआ है। इसमें कई समांतर मोड़ पाए जाते हैं।

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