रूसी (बालों में)

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रूसी, कपाल (सर) की त्वचा से मृत कोशिकाओं का झड़ना हैं।[१] वैसे त्वचा की कोशिकाएँ के मृत होने पर एक छोटी मात्रा मे उनका गिरना सामान्य हैं और हमारे सिर से करीब 487,000 कोशिकाओं / डिटर्जेंट उपचार के बाद सामान्य रूप झाड़ते हैं,[२] लेकिन जब वे ज्यादा मात्र में गिरने लगते हैं तब ये खतरे की घंटी होती हैं।

रूसी, युवावस्था की आधी आबादी को होने वाला एक आम विकार है चाह वो किसी भी लिंग और जातीयता के क्यों ना हो? यह अक्सर खुजली का कारण बनता है। यह अच्छी तरह पता चल चुका हैं की केरेटिन कोशिकाओं रूसी के बनाना के दौरान प्रतिरक्षा प्रतिक्रियाओं निर्माण एवं अभिव्यक्ति मे महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। रूसी की प्रबलता मे उतार-चढ़ाव मौसम के साथ हो सकता है।[२] रूसी के अधिकांश मामलों में किसी विशेष शैंपू के साथ आसानी से इसका इलाज किया जा सकता है तथापि कोई भी सत्यापित इलाज नही है।[३]

रूसी से प्रभावित लोग यह पाते हैं की यह उनमे सामाजिक या आत्मसम्मान जैसी समस्याएँ पैदा कर सकता हैं।[४]

रूसी होने के लक्षण

  • सिर की सतह का रुख़ा होना
  • सिर का बार-बार खुजलाना
  • बालोऺ का झड़ना
  • सिर से सफेद रऺग का पाउडर सा कपड़ोऺ पर गिरना
  • कई बार कबज या पेट के खराब होने के कारण भी रूसी हो सकती है

कारण

रूसी के विशिष्ट मामले

रूसी के कई कारण हो सकते हैं, जैसे शुष्क त्वचा, अक्सर पर्याप्त सफाई नही रखना, शैंपू का ज़्यादातर उपयोग, सोरायसिस, एक्जिमा, बालों की देखभाल के उत्पादों के प्रति संवेदनशीलता, या एक खमीर की तरह कवक, सूखी त्वचा रूसी फ्लेकिंग का सबसे आम कारण है।[५]

एक अध्ययन के अनुसार, रूसी संभवतः तीन कारकों का परिणाम होना दिखाया गया है:[६]

1. त्वचिया तेल जिससे सामान्यतः हम सेबुम या वसामय स्राव के रूप मे जाना जाता हैं

2.उपापचय के द्वारा उत्पादित त्वचिया सूक्ष्म जीव (सबसे विशेष रूप से मालशसेज़िया खमीर)

3. व्यक्तिगत संवेदनशीलता और एलर्जी संवेदनशीलता।

पुराने साहित्य me कवक “मालशसेज़िया फूर्फुर” को रूसी होने का मुख्य कारण मानते हैं।

त्वचा वसा स्राव

त्वचा वसा स्राव मे कपाल ही नही नाक की परतों मे और भाहों की आस पास लाल रंग के जैसा हो जाता हैं एवं अक्सर खुजली होता हैं। [७]

मौसमी बदलाव, तनाव, और इम्यूनिटी को दबाना त्वचा वसा स्राव की सूजन को प्रभावित करने लगते हैं।[२]

तंत्र

एंटी फनगल्स

बहुत सारी एंटी फनगल्स उपचार मे प्रभावी पाए गये हैं जैसे केटोकनाज़ोले, जस्ता पयरतिोने और सेलेनियम डाइसल्फ़ाइड केटोकोनाज़ोले का शैम्पू के तौर पे इस्तेमाल सबसे प्रभावी प्रतीत होता है

सिक्लोपीरोक्ष का व्यापक रूप से प्रयोग सभी रूसी हटाने वाली उत्पादो के निर्माण में किया जाता है।

तारकोल

तारकोल के उपयोग से शीर्ष स्तर के मृत कोशिकाओं झाड़ जाती हैं है एवं त्वचा कोशिकाओं की वृद्धि को धीमा कर देता हैं

अंडे का तेल

पारंपरिक भारतीय[८] और चीनी दवा में,[९] अंडे तेल रूसी में प्रयोग किया जाता है, लेकिन यह काम करता है इसके यह काम करता है इसके कोई प्रमाण उपलब्ध नहीं है। [प्रशस्ति पत्र की जरूरत]

टी ट्री आयिल का कभी कभी रूसी हटाने के लिए प्रयोग किया जाता है।

महामारी विज्ञान

रूसी, वयस्कों की आधी आबादी को प्रभावित करता है।

व्युत्पत्ति

ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के अनुसार, रूसी शब्द का सबसे पहला प्रयोग 1545 में किया गया था लेकिन इसकी व्युत्पत्ति अभी तक अज्ञात है।

सन्दर्भ

  1. साँचा:Cite book
  2. २.० २.१ २.२ साँचा:Cite journal
  3. साँचा:Cite book
  4. "अ प्रैक्टिकल गाइड टू स्कैल्प डिसऑर्डर्स". जर्नल ऑफ़ इनवेस्टिगेटिव डर्मेटोलॉजी सिम्पोजियम प्रोसीडिंग्स. दिसंबर २००७. मूल से 2 अगस्त 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २०१५ -०७ -२२. Italic or bold markup not allowed in: |publisher= (मदद); |accessdate= में तिथि प्राचल का मान जाँचें (मदद)
  5. "डैंड्रफ". डॉबतुल .कॉम. मूल से 22 जुलाई 2015 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि २२ जुलाई २०१५.
  6. साँचा:Cite journal
  7. "रूसी इलाज इलाज". मूल से 5 अगस्त 2017 को पुरालेखित. अभिगमन तिथि 15 मई 2017.
  8. साँचा:Cite book
  9. साँचा:Cite book