हिजाज़

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सऊदी अरब का हिजाज़ इलाक़ा

हिजाज़ या हेजाज़, जिसे अरबी विधि में अल-हिजाज़ कहते हैं (अंग्रेज़ी: Hejaz, अरबी: साँचा:Nastaliq) अरबी प्रायद्वीप के एक पश्चिमी क्षेत्र का नाम है। लाल सागर के साथ लगे एक बारीक़ पट्टी-नुमा क्षेत्र को 'तिहामाह' कहते हैं और इससे पूर्व में पहले हिजाज़ क्षेत्र आता है और उस के बाद अंदरूनी नज्द क्षेत्र आता है। उत्तर-दक्षिण दिशा में हिजाज़ का विस्तार उत्तर में अक़ाबा की खाड़ी पर बसे हक़्ल​ शहर से लेकर दक्षिण में असीर प्रान्त की सरहदों तक है।

हिजाज़ का इस्लाम के इतिहास के साथ गहरा सम्बन्ध है। इस्लाम के दो सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक शहर - मक्का और मदीना दोनों हिजाज़ में पड़ते हैं। हिजाज़ का सबसे बड़ा शहर जद्दा है। अरबी भाषा में 'हिजाज़' का अर्थ 'बाधा' है, क्योंकि हिजाज़ के पूर्वी भाग में चलने वाली हिजाज़ पर्वत शृंखला को नज्द के पठार और तिहामाह के तटीय क्षेत्र के बीच की रुकावट समझा जाता है।<आधुनिक सउदी अरब में जो 'हिजाज़' की सरकारी भाषा है वह पारंपरिक 'हिजाज़' क्षेत्र से मिलती-जुलती लेकिन ज़रा अलग है।

परिचय

हेजैज सऊदी अरब गणतंत्र के उत्तरी पश्चिमी भाग में अकाबा खाड़ी और लाल सागर के किनारे स्थित एक क्षेत्र है। हेजैज और नेज्द क्षेत्र मिलकर सऊदी अरब का निर्माण करते हैं। इसका क्षेत्रफल ३,८४,००० वर्ग किमी है। यह क्षेत्र लगभग १२८० किमी लंबा तथा १६० से ३२० किमी तक चौड़ा है। इसका दक्षिणी भाग पर्वतीय एवं पठारी है जो एक पतली एवं लंबी तटीय मेखला तथा भीतरी मरुस्थलों के बीच में स्थित है। यहाँ कई मरूद्यान तथा कुछ नदी धाराएँ हैं जिन्हें वादी (wadi) कहते हैं। खजूर, गेहूँ, ज्वार, बाजरा मुख्य कृषि उपज हैं। मधु, एवं फलों की प्राप्ति भी होती है। ऊँट, घोड़े, भेड़ और खच्चर पाले जाते हैं जिनसे खाल और ऊन की प्राप्ति होती है।

निर्यात नगण्य है। तेलस्रोतों एवं तीर्थयात्रियों से पर्याप्त मुद्रा की प्राप्ति हो जाती है। हेजैज तीर्थयात्रा के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जहाँ प्रति वर्ष हजारों मुसलमान यात्री विभिन्न देशों से जिद्दा नामक प्रसिद्ध बंदरगाह से होकर प्रवेश करते हैं। मक्का एवं मदीना की पवित्र नगरियाँ यहीं हैं। ताइफ अन्य महत्वपूर्ण नगर है। जिद्दा के अतिरिक्त येन्बो, एल वज्ह, रेविग, लिंथ और कूनाफिदा अन्य छोटे बंदरगाह हैं।

१२५८ ई. में बगदाद के खलीफा की पराजय के बाद इसपर मिस्र का अधिकार हो गया। हेजैज फिर तुर्कों एवं वहाबियों के अधिकार में रहा। १९१६ ई. में मक्का के शरीफ हुसेन इब्न अली ने तुर्कों को हराकर स्वतंत्र हेजौज की घोषणा की। १९२४ ई. में हुसेन इब्न अली को पराजित करके इब्न सऊद ने इस क्षेत्र को मिलाकर सऊदी अरब की स्थापना की।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ