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विद्या भारती शिक्षा समिति त्रिपुरा एक गैर-लाभकारी, गैर-सरकारी शैक्षणिक संगठन है। यह विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान, नई दिल्ली की शाखा है।[१] विद्या भारती शिक्षा के क्षेत्र में 1995 से नैतिक मूल्य आधारित शिक्षा प्रदान करने के संकल्प के साथ त्रिपुरा में काम कर रही है। विद्या भारती शिक्षा समिति त्रिपुरा द्वारा तेलियामूड़ा में जनजातीय छात्रों के आवासीय विद्यालय के साथ-साथ 9 अन्य विद्यालयों का संचालन भी करती है।[२]
इतिहास
त्रिपुरा में पहला विद्यालय त्रिपुरेश्वरी शिशु मंदिर, जनवरी 1995 में 38 छात्रों के साथ अगरतला के चौमुहानी में दो कमरे के किराए के घर में स्थापित किया गया। विद्या भारती के पास विद्यालयों को स्थापित करने के लिए प्रत्यक्ष वित्तपोषण की कोई व्यवस्था नहीं थी। लेकिन विद्या भारती पूर्वोत्तर क्षेत्र के संगठन मंत्री कृष्णचंद्र गांधी ने स्थानीय समस्या को महसूस किया और त्रिपुरा में विद्यालय की स्थापना के लिए रामनगर -2, अगरतला में भूमि का एक भूखंड (जुलाई 1997) खरीद लिया। त्रिपुरा विद्या भारती शिक्षा समिति कार्यालय रामनगर -2, अगरतला में स्थित है। वर्तमान में त्रिपुरा में 09 विद्यालय कैलाशहर, धर्मनगर, कुमारघाट, तेलियामूड़ा, दोनामुरा और अगरतला में स्थित हैं।[३][४]
विद्यालय समूह
विद्या भारती शिक्षा समिति त्रिपुरा द्वारा इन नामों से विद्यालय संचालन किया जाता है।[५]
- त्रिपुरेश्वरी शिशु मंदिर
- त्रिपुरेश्वरी विद्या मंदिर[६]
- हरी राधा विद्या मंदिर